Parrot Fever : देश भर में जहां अभी कोरोना का कहर टहरा नहीं है तो वहीं दूसरी ओर यूरोप से एक नई बीमारी सामने आई है जिसका शिकार यूरोपीय देशों के लोग हो गए है, इस बीमारि को पैरेट फीवर या सिटाकोसिस भी कहते है। बतादे कि पिछले साल यानि की 2023 की शुरुआत में भी इस बीमारि से लोग संक्रमित हुए थे मगर अब इससे खतरा इतना बढ़ गया है कि इससे लोगों की मौत होने लगी हैं।
Parrot Fever पर WHO की राय
आपको बतादे कि यूरोप के कई देशों में पैरेट फीवर (Parrot Fever) इस साल भी पिछले साल की तरह तेजी से फैल रहा है। मगर इस बार यह बीमारि एक जानलेवा बीमारी बन गई है। आंकडे देंखे तो अब तक इस बीमारि से 5 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इस बीमारि को लेकर WHO ने भी बेहद खतरनाक बताया है। US सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, पक्षियों में पाए जाने वाले एक बैक्टीरिया के कारण पैरेट फीवर तेजी से फैल रहा है। इस बैक्टीरिया से संक्रमित पक्षी के काटने या संपर्क में रहने से बीमारी बढ़ रही है।

Parrot Fever के लक्षण
1- सूखी खांसी होना
2- तेजी बुखार आना
3- सिरदर्द होना
4- मांसपेशियों में दर्द होना
5- ठंड लगना
यूरोप में तेजी से फैल रही बीमारि
वहीं अमेरिकी मीडिया से मिली रिपोर्ट में WHO की माने तो- ‘पैरेट फीवर को सिटाकोसिस भी कहते हैं। यूरोपीय देशों के लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हैं, जिसकी शुरुआत पिछले साल 2023 में हुई थी मगर इस साल यह बीमारि जानलेवा बन गई है, इससे कई लोग संक्रमित हुए थे, मिली जानकारी में WHO की माने तो- ‘2023 में ऑस्ट्रिया में इसके 14 केस मिले थे लेकिन इस साल अब तक मार्च में ही चार केस सामने आ चुके हैं। अब इसके कुल 18 मामले हो गए हैं। वहीं, डेनमार्क में 27 फरवरी तक 23 केस मिलने की पुष्टि हुई है। जबकि जर्मनी में 2023 में 14 मामले मिले थे और इस साल अब तक 5 केस आए हैं। नीदरलैंड में भी 21 संक्रमित सामने आए हैं। अब तक तीन देशों में कुल 60 लोग पैरेट फीवर से संक्रमित मिले हैं।’

WHO ने बताए बचने के उपाय
1-WHO की माने तो पैरेट फीवर से प्रभावित देशों के साथ मिलकर इस पर नजर रख रहा है।
2- इसके साथ ही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन डॉक्टरों को अलर्ट रहने को कहा है।
3- पक्षियों को पालने वालों और पक्षियों के साथ रहने वाले लोग अच्छी तरह साफ-सफाई का ध्यन दे।
4- डब्ल्यूएचओ का कहना है कि जिन लोगों ने पक्षियों को पाला है, उन्हें पिंजरों को साफ रखना चाहिए।
5- पक्षियों को भीड़भाड़ से बचना चाहिए।